ष्मावकाश में कुछ स्कूल और स्वयंसेवी संस्थाएं बच्चों और किशोरों के लिए ‘हॉबी क्लासेज’ यानी पसंद की कक्षाएं भी लगाती हैं। हालांकि इनका उद्देश्य अपनी संस्था का प्रचार-प्रसार करना अधिक और बच्चों में कलात्मक या खेलकूद संबंधी अभिरुचियों का विकास करना कम होता है।
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