धीरे-धीरे सोशल मीडिया के मंचों का विस्तार ही हो रहा है। लेकिन इस पर मौजूद दो ठीक-ठाक से दिखने वाले लोग कभी मिले हों किसी मौके पर और उनकी तस्वीरें उनकी वाल पर दिखे तो भी अनुमान से ही इस तरह के शब्द धड़ल्ले से चिपका दिए जाते हैं। ऐसा बोलने वाले बोल कर निकल जाते हैं, उसमें उलझे रहते हैं वे, जिन्होंने अपनी वाल पर तस्वीर डाली होती है।
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