हम बीत गए दिनों को याद कर रहे हैं और अभी-अभी शुरू हुए साल में प्रवेश कर चुके हैं तो अपना मूल्यांकन करना जरूरी हो जाता है। यह इस लिहाज से भी उपयोगी है कि हमने बीते हुए दिनों में अपना जो जीवन जीया और उसमें अगर कहीं नाउम्मीदियां हाथ लगीं तो आने वाले समय में उसमें सुधार की गुंजाइश बन सके।
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