अमीर होना, प्रतिष्ठित होना बिल्कुल भी जरूरी नहीं है, पर हां, आनंद में होना जरूरी है। यह आनंद किसी उलझी रस्सी को सुलझाने में भी भरपूर मिल सकता है और एक करोड़ का हीरा पहनने पर भी नहीं मिल सकता।
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