जीवन प्रेम है और प्रेम ही जीवन। प्रेम द्रोह को पराजित करता और सकारात्मकता को बढ़ाता है। प्रेम तो जीवन की सबसे पाक, सबसे ऊंची, सबसे मुबारक बरकत है।
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